बच्चो को संस्कार देने के मामले में माता पिता का योगदान

बच्चो को संस्कार देने के मामले में माता पिता का योगदान
बिजनेस की दुनिया मे एक वाक्य चलता है D2C यानि डायरेक्ट टू कंज्यूमर । इसका अर्थ होता है कि वस्तु के निर्माता उपभोक्ता से सीधे सम्बन्ध रखते है। हमे बच्चो के लालन पालन मे भी D2C का नियम अपनाना चाहिए। यहा इसका मतलब सीधा अपने बच्चो मे ज्ञान भरना । माता पिता बच्चो मे सीधा संस्कार डाले इसका सबसे बडा रास्ता है माता पिता का आचरण। विद्यालय कॉलेज मे संस्कार , यह सोचना बहुत सही नही है क्योकि वहा पहले से ही बहुत उपद्रव भेल रहे है माता पिता अपने बच्चो मे संस्कार के नये नये नियम डाले । दुनिया भोजन पर बहुत काम किया जा रहा है कुछ ने तो 2500 से ज्यादा रेशेपी बना दि है । लेकिन बच्चो के लालन पालन के जो नियम है उसे लेकर माता पिता लापरवाह है । अगर बच्चो मे अच्छे संस्कार देना है तो अन्न का भी बहुत प्रभाव पडेगा। कोशिश कि जाये बच्चो को संस्कार देने के मामले मे माता पिता D2C रहे I

 

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